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Friday 4 December 2015

आरबीए में काम करने वाली पहली भारतीय बनीं कविता जोशी

महिलायें किस कदर सशक्त होती जा रही हैं उसकी नजीर पेश करती है उत्तराखंड की कविता जोशी। जी हां, उत्तराखंड के अल्मोड़ा जिले के त्यूनरा की रहने वाली कविता मौजूदा समय में ऑस्ट्रेलिया की करेंसी संभाल रही हैं। कविता का चयन रिजर्व बैंक ऑफ आस्ट्रेलिया में टेक्निकल टीम लीडर के पद पर हुआ है। हाल ही में उन्होंने कार्यभार ग्रहण किया है। इससे पहले उन्होंने टीसीएस, एचसीएल और आईबीएम कंपनियों में बतौर साफ्टवेयर इंजीनियर काम किया। आपको ये जानकर और हैरत होगी कि रिजर्व बैंक ऑफ ऑस्ट्रेलिया में काम करने वाली वह पहली भारतीय महिला हैं।

अल्मोड़ा के तन्यूरा के रहने वाले सतीश चंद्र जोशी और पुष्पा जोशी की पुत्री कविता बचपन से ही बहुत मेधावी रही। कविता ने एडम्स गर्ल्स इंटर कॉलेज अल्मोड़ा से हाईस्कूल, जीजीआईसी से इंटर और एसएसजे परिसर से बीएससी प्रथम श्रेणी में उत्तीर्ण की। इसके बाद कविता ने वनस्थली विद्यापीठ से एमसीए प्रथम श्रेणी में पास किया। कैंपस प्लेसमेंट में उनका सेलेक्शन टीसीएस में बतौर सॉफ्टवेयर इंजीनियर पद पर हुआ। दो साल टीसीएस में काम करने के बाद उन्होंने आईबीएम कंपनी को ज्वाइन किया।
आईबीएम ने दो साल के लिए कविता को ऑस्ट्रेलिया भेजा। दो साल काम करने के बाद उन्होंने ऑस्ट्रेलिया में ही एचसीएल कंपनी को ज्वाइन कर लिया। कुछ दिन पहले ही कविता का चयन रिजर्व बैंक ऑफ ऑस्ट्रेलिया में बतौर टेक्निकल टीम लीडर के पद पर हुआ। तारीफ की बात ये भी है कि कविता ने अपने पहले ही प्रयास में यह सफलता हासिल की है। उच्च शिक्षा के लिए वर्ष 2004 में उन्हें स्कॉलरशिप भी मिल चुकी है। कविता के पिता सतीश चंद्र जोशी तन्यूरा में एक फोटो स्टूडियो चलाते हैं जबकि माता पुष्पा जोशी गृहिणी हैं। छोटा भाई हर्षित गुड़गांव में कॉल सेंटर चलाता है।


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